न्यूज़ीलैंड ने चौथे वनडे मुकाबले में भारत को 8 विकेट से हराकर सीरीज में अपनी शाख बचा ली है। न्यूज़ीलैंड की तेज गेंदबाजी के आगे भारतीय टीम ने घुटने तक दिए और 92 रनो पर ही ढेर हो गई। जिसके जवाब में न्यूज़ीलैंड ने 2 विकेट खोकर जीत हांसिल कर ली।
वन डे में यह भारत की शेष गेंद रहने के लिहाज़ से सबसे बड़ी हार है। न्यूज़ीलैंड ने 212 गेंदे शेष रहते हुए यह लक्ष्य हांसिल कर लिया था इससे पहले 2010 में भारत की श्रीलंका के खिलाफ बड़ी हार (209 गेंदे शेष ) हुई थी।
न्यूज़ीलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया और उनके तेज गेंदबाजों ने इस बार निराश नहीं किया। विराट की ग़ैरमौजूदगी में कप्तानी कर रहे रोहित शर्मा ने आज अपना 200 वा एकदिवसीय मुकाबला खेला जो बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण रहा।
न्यूज़ीलैंड की तेज गेंदबाजों बोल्ट और कॉलिन डी ग्रैंडहोम के आगे भारतीय पारी ताश के पत्तो की तरह धराशायी हो गई। अभी अभी सीरीज जितने पर वर्ल्ड बेस्ट टीम कही जानी वाली भारतीय टीम के 7 बल्लेबाज तो दबल डिजीट पर भी नहीं पहुँच पाए।
बोल्ट ने लगातार 10 ओवर गेंदबाजी करते हुए 21 रन देकर 5 विकेट चटकायें। बोल्ट ने इन 10 ओवरों में से 4 ओवर मेडन डाले थे। कॉलिन डी ग्रैंडहोम ने 10 ओवरों में 26 रन देकर 3 विकेट चटके। भारत की पूरी टीम 30.5 ओवरों में 92 रनो पर सिमट गई।
भारत की पारी का स्कोर एक वक्त पर 40 रनो पर 7 विकेट था और भारत वनडे में अपना न्यूनतम स्कोर 54 रनो से कम रन बनाएगा इसे लग रहा था लेकिन लोअर आर्डर ने कुछ रन जोड़े और भारत की इज्जत बचा ली। भारत की ओर से भारत की ओर से कप्तान रोहित शर्मा ने (7), शिखर धवन (13), अपना पहला मैच खेल रहे शुभमन गिल ने (9) रन बनाए जबकि अंबाती रायडू और दिनेश कार्तिक खाता तक नहीं खोल सके। केदार जाधव और भुवनेश्वर कुमार ने एक-एक रन बनाया जबकि खलील अहमद पांच रन बना सके।
भारत की और से सबसे ज्यादा रन चहल ने बनाये। चहल ने नाबाद 18 रनो की पारी खेली। जवाब में न्यूज़ीलैंड ने 93 रन महज 14.4 ओवरों में ही 2 विकेट गंवाकर हांसिल कर लिया। दोनों विकेट भुवनेश्वर कुमार ने लिए।
बोल्ट को शानदार गेंदबाजी के लिए मेन ऑफ़ ध मैच चुना गया। पांचवा और आखिरी मुकाबला 3 फरवरी को वेलिंग्टन में खेला जायेगा।
0 Comments